तुम जो मिल गए हो तो ये लगता है की जहाँ गीतों की प्रस्तुति द्वारा मोहम्मद रफी को दी श्रद्धांजलि CULTURAL & LITERARY FORUM PRESENTS @ जय काँठल न्यूज प्रतापगढ़ 31 जुलाई। स्थानीय एपीसी महाविद्यालय में पार्श्वगायक मोहम्मद रफी को दी गयी। प्राचार्य डॉ संजय गील ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा संचालित सांस्कृतिक साहित्यिक परिषद् के तत्वावधान में सदी के महान फनकार मौहम्मद रफी को श्रद्धांजलि दी । कार्यक्रम का शुभारंभ उपकुल सचिव प्रोफेसर राजेश जोशी एवं समाजसेवी राकेश सोनी के द्वारा रफी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हुआ। प्राचार्य डॉ संजय गील ने स्वागत उद्बोधन में मोहम्मद रफी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वे एक मात्र भारतीय फल्मि पाश्र्व गायक थे जिन्हें भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे महान और सबसे प्रभावशाली गायकों में से एक माना जाता है। रफी अपनी बहुमुखी प्रतिभा और आवाज की सीमा के लिए उल्लेखनीय रहे। बतौर मुख्य अतिथि राकेश सोनी ने कहा की मोहम्मद रफी की आवाज में अदम्य जोश, राष्ट वेग्नति समर्पण भाव और वतन पर सब कुछ न्योछावर कर देने का जो जज्बा दिखाई देता है, वैसा किसी दूसरे गायक में कम ही दिखाई पड़ता है। यही कारण है कि देशभक्ति भरे अधिकांश गानों में रफी की आवाज ही पहली प्राथमिकता थी। श्रद्धांजलि के इस कार्यक्रम में महाविद्यालयी विद्यार्थियों एवं स्थानीय कलाकारों ने एक से बढ़कर गीतों की प्रस्तुतियां देकर रफी की यादों को जीवंत बना दिया। इस अवसर पर एकल गीत में डॉ. संजय गील द्वारा ने तुम जो मिल गए हो, तू इस तरहा से मेरी जिंदगी में शामिल है, गुलाबी आंखें जो तेरी देखी राकेश सोनी ने चाहूँगा मैंमै तुझे सांझ सवेरे और तुझको पुकारे मेरा प्यार, ललित सोलंकी क्या हुआ तेरा वादा, मुकेश पंवार कोन किसी को बांध सका, पियूष शर्मा चाँद सा मोसम चेहरा, मणिकंटन अय्यर आज पुरानी राहो से, राजेश कदम हम बेखुदी में तुमको पुकारे आदि गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, वही युगल गीतों में डॉ. भावना सोनी एवं राकेश सोनी ने जनम जनम का साथ हैं हमारा तुम्हारा, रिमझिम के गीत सावन गाए, पूजा टांक एवं संजय गील छुप गए सारे नजारे, सुधा शर्मा और रोश करणपुरिया ने दिल तेरा दीवाना है सनम, निरंजन वैष्णव आवाज देके हमे तुम बुलाओं गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं की दाद बटोरी चले गये कविता मीणा लिखे जो खत तुझे, डॉ भावना सोनी जनम जनम का साथ है तुम्हारा हमारा, और सहित अन्य स्थानीय कलाकारों ने एक से बढकर गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के अंत में परिषद् द्वारा व्यसन मुक्ति और पर्यावरण जागरूकता की शपथ दिलवायी गयी। इस अवसर पर डॉ. मिनाक्षी शर्मा, संस्कृति मेहता, कमल रेगर, चक्रपाणी चौहान, भैया लाल आंजना, पंकज शर्मा, शातेंदु दिवेदी, गोपाल माली, रिषभ जोशी, प्रधुमन्न शर्मा, सुधा आचार्य, लकी सिसोदिया, चेतना वैष्णव, सुनीता खांडिया, रत्नेश करणपुरिया सभी कार्यक्रम में महाविद्यालय संकाय सदस्य उपि स्थत रहे।





