सामाजिक पुनर्निर्माण में युवाओ का महत्वपूर्ण योगदान : प्रोफेसर राव
एपीसी महाविद्यालय में समग्र व्यक्तित्व विकास एवं उन्नयन का आयोजन
प्रतापगढ़। एपीसी महाविद्यालय में समग्र व्यक्तित्व विकास एवं उन्नयन का आयोजन हुआ। प्राचार्य डॉ. संजय गील ने बताया की जनसंख्या प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आयोजित सप्ताहभर चलने वाले इस कार्यक्रम का शुभारंभ गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के अकादमिक सलाहकार डॉ. महिपाल सिंह राव एवं शिक्षाविद डॉ. विशाल उपाध्याय के कर कमलो से हुआ। बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए डॉ. महिपाल सिंह ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की किशोर अवस्था से युवा अवस्था में लिए गए निर्णय ही जीवन की सफलता और असफलता को निर्धारित करती है एवं समाज के निर्माण में युवाओ का ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने बताया की जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है अगर व्यक्ति ठान ले तो वो विषम परिस्थितियों में भी सफलता हासिल कर सकता है अतः व्यक्ति को जीवन में अभाव को जरूर अपनाना चाहिए। विश्व के समस्त अनुकरणीय योग्य व्यक्तित्व अभावो से ही गुजरे है। वर्तमान के दौर में शिक्षा का व्यवहारिक होना अनिवार्य है, ताकि कोई भी युवा उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद केवल सरकारों सेवाओ पर ही निर्भर न होकर स्वयं के रोजगार हेतु उन्मुख हो सके । शिक्षविद्द डॉ. विशाल उपाध्याय ने प्रेरक प्रसंगो द्वारा विद्यार्थियों को प्रयास करते हुए अच्छा नागरिक बनने का संदेश दिया। साथ ही व्यक्तित्व विकास हेतु सहशैक्षिक गतिविधियों सहभागिता हेतु प्रेरित किया। शिविर के प्रथम दिवस एकाभिनय, मूकाभिनय, लघु नाटिका, सामूहिक नृत्य, हेयर आर्ट, नेल आर्ट और खेल-कूद प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजन व्याख्याता पुष्पा लौहार एवं मेघा राठौर एवं संचालन सुधा आचार्य एवं डॉ. भावना सोनी ने किया। इस दौरान चक्रपाणी चौहान, रत्नेश करणपुरिया, बी. एल. आंजना, अजित सिंह राठोड, गोपाल माली, डॉ. तनूजा जैन, शिखा शर्मा, डॉ. मिनाक्षी शर्मा, डॉ. अरुण वैष्णव, श्याम लाल पाटीदार, रणजीत लबाना, प्रधुम्न शर्मा , पूजा टांक, चेतना वैष्णव, आशीष लबाना, कविता गायरी, लता राठौर दीपिका कुमावत, लकी सिसोदिया, पंकज शर्मा, सुरेश अंजना, ऋषभ जोशी, निरंजन वैष्णव आदि संकाय सदस्य उपस्थित रहे।