महाविद्यालय में शहीदों की स्मृति में पुष्पांजली एवं मातृ-पितृ दिवस पूजन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प्राचार्य डॉ. संजय गील ने बताया कि अपर जिला सत्र न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण केदारनाथ, ब्रह्मकुमारी मीना बहिन ने मां-भारती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ। इस मौके पर ने आयोजित कार्यक्रम में शहीदों के नाम दो मिनट मौन रखा गया। न्यायाधीश केदारनाथ ने कहा कि राष्ट्र की सेवा करते हुए स्वयं के प्राणों का बलिदान करने वाले कभी नहीं मरते। अपितु वे हमेशा के लिए अमरत्व को प्राप्त कर लेते हैं। आम भारतीय का ये पुनीत कर्तव्य है कि वे धर्म, जाति और विघटनकारी तत्वों से ऊपर राष्ट्रीय हितों को समझें। तब ही एक विकसित और सुरक्षित राष्ट्र की निर्माण हो सकेगा। इस मौके पर ब्रह्मकुमारीज मीना दीदी ने मातृ-पितृ दिवस पूजन कार्यक्रम पर कहा कि जीवन में स्नेह के अनेक रूप हो सकते हैं। किंतु माता-पिता ही एक मात्र ईश्वर की द्वारा रचित वो कृति है जो निस्वार्थ भावना से अपनी संतान को निरंतर पत्रिका न्यूज नेटवर्क patrika.com पत्रिका राष्ट्र के लिए! प्राणों का उत्सर्ग करने वाले ही प्राप्त करते है अमरत्वः एडीजे केदारनाथ प्रतापगढ़, एपीसी कॉलेज में कार्यक्रम में मौजूद अधिकारी व अन्य। प्रगति की और देखना चाहती है। अधिवक्ता दिनेश तेलकार ने विधिक जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह भारतीय संस्कृति ही हैं कि हम आज भी परिवार में बुजुर्गों और माता-पिता का संपूर्ण सम्मान करते हैं। जबकि दूसरी ओर विश्व में पारिवारिक विघटन का मुख्य कारण माता-पिता का सम्मान नहीं करना ही सामने आता है। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. भावना सोनी ने बताया कि वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ अभिभावकों का सामूहिक पूजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में आतंकवाद विरोधी शपथ दिलवाई गई। इस मौके पर महाविद्यालय के कर्मचारी, शिक्षक आदि मौजूद रहे। छोटीसादड़ी. हरीश आंजना राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को मातृ-पितृ पूजन दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रभारी प्रियंका देशमुख ने बताया कि कार्यवाहक प्राचार्य रतन शर्मा ने माता सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किए। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं ने अपने माता-पिता का भावनात्मक रूप से पूजन कर उन्हें तिलक लगाया एवं रक्षा सूत्र बांधकर आशीर्वाद प्राप्त किया। स्वीप गतिविधि पाती मां. पिता के नाम के तहत सी-विजिल एप, वीएच, एप और सक्षम एप की जानकारी भी प्रदान की। यहां पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता हेमलता खंडेलवाल ने किया। अरनोद, राउमावि अरनोद में पुलगामा शहीदों को श्रृद्धांजलि प्रदान करने के बाद मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया। विद्यार्थियों ने वैदिक मंत्रो के साथ अपने माता पिता की पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रधानाचार्य सत्यनारायण चौधरी ने कहा कि माता-पिता ही प्रथम भगवान है। माता-पिता की आज्ञा का पालन कर उनका आशीर्वाद लेकर मनुष्य महानता के शिखर को छु सकता है। गणेश जी प्रथम पुज्य माता-पिता की कृपा से ही बने आज दूनिया में श्रेष्ठ पुत्र के रूप में श्रीराम और श्रवण कुमार का उदाहरण हमारी संस्कृति से दिया जाता है। इस अवसर पर प्राध्यापक राधेश्याम चौधरी ने मां की महिमा का बखान किया। उपप्रधानाचार्य श्यामलाल गायरी ने कहा कि माता-पिता और गुरू से बड़ा दुनिया में कोई नहीं जो कुछ भी प्राप्त हो सकता है इनकी कृपा से ही होता है। जिससे हमेशा माता-पिता की पूजन के साथ उनका सम्मान और आज्ञा का पालन भी करना चाहिए। विजयसिंह विद्रोही ने अरनोद. विद्यालय में कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थी व अभिभावक। छोटीसादड़ी. विद्यालय में माता-पिता की पूजन करते विद्यार्थी। मां की दुआ से हो रोशनी घर से उजाला नहीं जाता…। कविता के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि मां की दुआ से काल भी टल जाता है। इस अवसर पर प्राध्यापक राजीव माथुर, सहित अन्य स्टाफ साथियों ने विचार व्यक्त
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